गंगटोक : त्रिशक्ति कोर ने 14,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर गहन एएमएआर (आर्मी मार्शल आर्ट्स रूटीन) प्रशिक्षण शुरू कर दिया है, जिससे उत्तरी सीमाओं के अत्यंत चुनौतीपूर्ण परिचालन क्षेत्रों में नजदीकी युद्ध-तत्परता में उल्लेखनीय वृद्धि हो रही है। उप-शून्य तापमान, विरल वायु और दुर्गम भूभाग के बीच संचालित यह प्रशिक्षण सैनिकों को उन स्थितियों के लिए तैयार करता है जब पारंपरिक हथियार तुरंत उपलब्ध न हों।
एएमएआर एक आधुनिक युद्ध-प्रणाली है जो पारंपरिक भारतीय मार्शल आर्ट्स को वैश्विक स्तर पर सिद्ध नजदीकी-युद्ध तकनीकों के साथ जोड़ती है। इस प्रशिक्षण में निहत्थे मुकाबले, हथियार-आधारित युद्ध, तनाव-नियंत्रण तथा मानसिक-शारीरिक दृढ़ता शामिल हैं-जो उच्च हिमालयी परिचालन क्षेत्रों के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
प्रशिक्षण में शामिल एक युवा अधिकारी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि 14,000 फीट पर पहाड़ आपकी सहनशक्ति, एकाग्रता और संकल्प की परीक्षा लेते हैं। एएमएआर हमें दबाव में शांत रहना सिखाता है और यह आत्मविश्वास देता है कि हाथ में हथियार न होने पर भी हम किसी भी निकट-युद्ध खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। यह प्रशिक्षण प्रतिक्रिया कौशल, संतुलन, सहनशक्ति, परिस्थितिजन्य जागरुकता और नियंत्रित आक्रामकता को बढ़ाता है, जो पहाड़ी क्षेत्रों में निकट-युद्ध के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
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