सोरेंग : भारत के ‘आयरन मैन’ सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती मनाने के उद्देश्य से सरदार एट 150 एकता मार्च आज सोरेंग जिले में युवा मामले एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जिला प्रशासनिक केंद्र (डीएसी) सोरेंग और माय भारत, सिक्किम के सहयोग से आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत पैदल यात्रा के साथ हुई, जिसे मुख्य अतिथि जनजातीय कल्याण बोर्ड के चेयरमैन पीके सुबा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके बाद अधिकारियों और प्रतिभागियों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई गई। डीएसी सोरेंग से रर्बन कॉम्प्लेक्स तक की यह यात्रा एक छोटे औपचारिक कार्यक्रम के साथ समाप्त हुई, जिसमें सरदार पटेल की विरासत और एकता की भावना को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसके पश्चात मुख्य अतिथि एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों को खादा अर्पित की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जनजातीय कल्याण बोर्ड के चेयरमैन पीके सुब्बा तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में सलाहकार (सिस्को) सीएन शर्मा उपस्थित थे। इनके साथ जिला पंचायत सदस्य, पंचायत सदस्य, ओएसडी, डीसी (सोरेंग) धीरज सुबेदी, एडीसी (देव) गायास पेगा और एएसपी परशु राम शर्मा उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि पीके सुबा ने सभा को संबोधित करते हुए सभी को बधाई दी और आयोजन समिति के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने एकता मार्च में उत्साहपूर्ण भागीदारी की सराहना की और छात्रों की ऊर्जा को विशेष रूप से प्रेरणादायक बताया। उन्होंने युवाओं को राष्ट्र का भविष्य बताते हुए इस उत्साह को बनाए रखने के लिए प्रेरित किया।
अपने संबोधन में उन्होंने दिन के महत्व और सरदार पटेल के राष्ट्र के प्रति महान योगदानों पर प्रकाश डाला। उन्होंने सभी से उनकी विरासत से प्रेरणा लेने और यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि आने वाली पीढ़ियाँ भी उनके योगदान को याद रखें।
इससे पूर्व डीसी (सोरेंग) धीरज सुबेदी ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने एकता मार्च के महत्व, सरदार पटेल के दूरदर्शी नेतृत्व, राष्ट्र की एकता में उनकी भूमिका, तथा ‘ऑल इंडिया सर्विसेज’ के संस्थापक के रूप में उनकी प्रशासनिक दृष्टि पर प्रकाश डाला। उन्होंने समतामूलक रोजगार, सहकारी संघवाद और राज्यों में प्रतिस्पर्धी संघवाद की अवधारणा पर भी विचार साझा किए।
इसके बाद उन्होंने सरदार पटेल के मूल्यों के देश की शासन-व्यवस्था और सामाजिक ढांचे पर प्रभाव का उल्लेख किया तथा सभी से उनके जीवन-मूल्यों को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। उप निदेशक (माय भारत, युवा मामले एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार) मंगलराम जकार ने सरदार एट150 एकता मार्च के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए सरदार पटेल के योगदानों और एकता के मूल्यों को रेखांकित किया। उन्होंने युवाओं की भागीदारी बढ़ाने और उन्हें राष्ट्र-निर्माण में सक्रिय करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
कार्यक्रम में पारंपरिक और सांस्कृतिक नृत्य एवं गीत प्रस्तुत किए गए। मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि और प्रतिभागियों को स्मृति-चिह्न भेंट किए गए। सुश्री रेनुका राई को दिन की ‘आइकन ऑफ द डे’ के रूप में सम्मानित किया गया, उन्हें एशियन गेम्स में किक-बॉक्सिंग में रजत पदक जीतने के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन कार्यक्रम प्रबंधक (पिरामल फाउंडेशन) देव नेपाल के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, और संचालन डीपीओ (डीडीएमए) सुश्री राजनी पेगा ने किया।
कार्यक्रम में एसडीएम (मुख्यालय) प्रेम के सुब्बा, एसडीएम (सोरेंग) सुश्री साकचुम लेप्चा, संयुक्त निदेशक (मत्स्य) लोबसांग तमांग, उप निदेशक (खेल एवं युवा मामले) सुश्री ममिता गुरंग, वरिष्ठ कल्याण अधिकारी सुश्री प्रतिभा तमांग, डीएफओ (टी) सुश्री पेग्गिला वेनचुंग्पा, डीपीओ (जिला) श्री कुमार सुब्बा, डीपीओ (डीडीएमए) सुश्री राजनी पेगा, विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, बीडीओ, पूर्व सैनिक, बैडमिंटन संघ एवं एनजीओ के प्रतिनिधि, शिक्षक तथा छात्र उपस्थित थे।
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