जोरथांग : अगले वर्ष आयोजित होने वाले माघे संक्रांति मेला की तैयारियों को लेकर मंगलवार को राज्य ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। यह बैठक सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग गोले के दूरदर्शी नेतृत्व और क्षेत्रीय विधायक सह माघे मेला के मुख्य संरक्षक मदन सिंचुरी के मार्गदर्शन में आयोजित इस बैठक में आयरलैंड, कोरिया, जर्मनी और पोलैंड की प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय ट्रैवल एजेंसियों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ जोरथांग एसडीएम सह आयोजन समिति के अध्यक्ष योगेन स्यांगदेन, मेला पर्यटन उप समिति प्रभारी रुद्र गुरुंग, राज्य पर्यटन विभाग के प्रतिनिधि और आयोजन समिति के अन्य कार्यकारी सदस्य शामिल हुए।
बैठक में एसआईआरडीपीआर निदेशक विशाल मुखिया ने आगामी मेले पर एक विस्तृत प्रस्तुति में इसके सांस्कृतिक महत्व, आकर्षण और नई विशेषताओं पर प्रकाश डाला। इस दौरान, अंतर्राष्ट्रीय ट्रैवल एजेंसियों से अनुरोध किया गया कि वे भारत आने वाले पर्यटकों को माघे मेले के माध्यम से यात्रा करने के लिए प्रोत्साहित करें, जिससे एक विशिष्ट सांस्कृतिक पर्यटन सर्किट का निर्माण हो सके।
इस अवसर पर एक खुली चर्चा भी हुई जिसमें माघे संक्रांति मेले को सिक्किम की जीवंत संस्कृति और परंपराओं को प्रदर्शित करने वाले वार्षिक राज्य उत्सव के रूप में मान्यता दी गई। बताया गया है कि आयोजन समिति इस मेले को राष्ट्रीय स्तर के उत्सव से एक विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रम बनाने के लिए काम कर रही है। मेले के लिए कई नई सुविधाओं की योजना बनाई गई है, जिनमें पर्यटक होमस्टे, एक जीवंत टीन स्ट्रीट एवं समर्पित ऑर्गेनिक लेन और बागडोगरा हवाई अड्डे, एनजेपी रेलवे स्टेशन और मेला स्थल पर आगंतुकों की सहायता के लिए हेल्प डेस्क शामिल हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मेले में माघे फिएस्टा वॉक की शुरुआत भी की जाएगी और आगंतुकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए रात भर ठहरने के विकल्पों का विस्तार किया जाएगा। मेले के बाद पर्यटन अवसरों को बढ़ावा दिया जाएगा, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को प्राकृतिक गर्म झरनों, पक्षी अभयारण्यों और राफ्टिंग जैसे आस-पास के आकर्षणों का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
बैठक में प्रतिनिधियों ने अतिरिक्त जानकारी और सुझाव साझा किए। उन्होंने पर्यटक सुविधाएं बढ़ाने और राहगीरों को मेला देखने के लिए आकर्षित करने हेतु अधिक अवसर पैदा करने की सिफ़ारिश की। साथ ही, राज्य की जीवंत सांस्कृतिक विरासत और विविध समुदायों को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित करने हेतु एक जातीय प्रदर्शनी बनाने का सुझाव दिया गया। इसके अलावा, भी मेले से संबंधित विभिन्न सुझाव एवं प्रस्ताव पेश किए गए। बैठक में सभी ने माघे संक्रांति मेला 2026 के सफल वैश्विक प्रचार के लिए सहयोग की साझा प्रतिबद्धता जतायी। अंतर्राष्ट्रीय ट्रैवल एजेंसियों ने इस प्रयास में भागीदारी के लिए उत्साह और समर्थन व्यक्त किया।
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