गंगटोक : अंतरराष्ट्रीय फिल्म जगत की मान्यता एवं प्रशंसा प्राप्त करते हुए सिक्किम की फिल्म निर्माता त्रिवेणी राई (Tribeny Rai) ने अपनी बहुप्रशंसित पहली नेपाली फिल्म ‘शेप ऑफ मोमो’ (Shape of Momo)के लिए बुसान अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (Busan International Film Festival) में दो प्रतिष्ठित पुरस्कार जीते हैं। त्रिवेणी के साथ ही यह समूचे राज्य के लिए दोहरी खुशी की बात है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मीडिया और फिल्म समीक्षकों की अच्छी समीक्षा पाने वाली ‘शेप ऑफ मोमो’ ने बुसान अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के विजन सेक्शन में ताइपे फिल्म कमीशन पुरस्कार और सोंगवोन विजन पुरस्कार जीता। सिक्किम में बनी इस फिल्म का विश्व प्रीमियर 21 सितंबर को इस प्रतिष्ठित महोत्सव में हुआ। टीम की ओर से निर्माता किसलय ने गुरुवार को ये पुरस्कार ग्रहण किए।
इस सम्मान के बाद त्रिवेणी राई ने अपना आभार व्यक्त करते हुए कहा, हमें यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि हमारी फिल्म शेप ऑफ मोमो ने बुसान अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में दो पुरस्कार जीते हैं-ताइपे फिल्म कमीशन पुरस्कार और सोंगवोन विजन पुरस्कार। इस कहानी को जीवंत बनाने के लिए हमारे अद्भुत कलाकारों और क्रू को अनगिनत धन्यवाद। उन्होंने विविध आवाजों को प्रदर्शित करने वाला एक मंच प्रदान करने और स्थानीय संस्कृतियों और सार्वभौमिक भावनाओं में निहित कहानियों को मान्यता देने के लिए बुसान अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का भी धन्यवाद किया।
इसके अलावा, बुसान अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के बाद 25 सितंबर को ‘शेप ऑफ मोमो’ का यूरोपीय प्रीमियर प्रतिष्ठित सैन सेबेस्टियन फिल्म महोत्सव में हुआ, जहां फिल्म को दर्शकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। त्रिवेणी के पैतृक गांवों नांदोक और असम लिंग्जे में फिल्माई गई, नेपाली भाषा की फिल्म ‘शेप ऑफ मोमो’ पीढिय़ों से सामाजिक मानदंडों को समझने और उनसे निपटने वाली महिलाओं के अनुभवों को दर्शाती है। 114 मिनट की इस फिल्म को बुसान अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव और सैन सेबेस्टियन फिल्म महोत्सव में प्रदर्शित होने वाले अंतरराष्ट्रीय मीडिया से काफी प्रशंसा मिली है।
आउटलुक इंडिया के कहा, बुसान फिल्म महोत्सव में विश्व प्रीमियर के साथ, त्रिवेणी राई की पहली फीचर फिल्म ‘शेप ऑफ मोमो’ इस साल की सबसे सम्मोहक और गतिशील नायिकाओं में से एक द्वारा निर्देशित है। इसी तरह, अंतरराष्ट्रीय मनोरंजन मीडिया हाउस वैरायटी ने लिखा, सिक्किमी फिल्म निर्माता की पहली फीचर फिल्म ‘शेप ऑफ मोमो’ जानबूझकर पहाड़ी समुदायों को रोमांटिक बनाने से बचती है, और इसके बजाय एक हिमालयी गांव में पितृसत्तात्मक अपेक्षाओं से जूझती महिलाओं का एक बेबाक चित्रण प्रस्तुत करती है।
त्रिवेणी पूर्वी सिक्किम के नांदोक की रहने वाली हैं और सत्यजीत रे फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान, कोलकाता से स्नातक हैं। इन अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से पहले उन्होंने अपनी पिछली लघु फिल्मों के लिए कई पुरस्कार जीते हैं।
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