गंगटोक : सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने अरुणाचल प्रदेश के निचले सुबनसिरी जिले की मनोरम जीरो घाटी में आयोजित 13वें जीरो संगीत महोत्सव में शिरकत की, जहां सिक्किम आधिकारिक राज्य भागीदार के रूप में भाग ले रहा है।
मुख्यमंत्री ने पूर्वोत्तर के सबसे प्रतिष्ठित सांस्कृतिक उत्सव का हिस्सा बनने पर अपने सम्मान और गौरव का इजहार किया। सिक्किम सरकार और जनता की ओर से, उन्होंने अरुणाचल प्रदेश की जनता, राज्य सरकार और उपस्थित सभी विशिष्ट अतिथियों का हार्दिक अभिनंदन किया। अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू के साथ, उन्होंने मंडप का दौरा किया और प्रदर्शित किए जा रहे ‘मेक इन सिक्किम’ ब्रांडों और उत्पादों की संभावनाओं का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा, ज़ीरो महोत्सव केवल संगीत का मंच नहीं है, बल्कि विविधता, एकता और सांस्कृतिक गौरव का उत्सव है। ‘उगते सूरज की धरती’ और ‘आस्था एवं अध्यात्म के अभयारण्य’ के रूप में विख्यात, यह महोत्सव परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत संगम है, जो युवाओं को प्रेरणा, कलाकारों को अवसर और पर्यटन एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए एक जीवंत मंच प्रदान करता है।
सिक्किम से 200 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल, जिसमें स्वयं सहायता समूह (एसएचजी), उद्यमी, टूर ऑपरेटर, बाइकर्स और सांस्कृतिक कलाकार शामिल हैं, राज्य की विविधता और एकता को प्रदर्शित करने के लिए इस कार्यक्रम में शामिल हुआ है। मुख्यमंत्री ने महोत्सव के प्लास्टिक-मुक्त क्षेत्र और शून्य अपशिष्ट क्षेत्र के रूप में स्थायित्व मॉडल की सराहना की, जो स्थानीय कलाकारों और शिल्पकारों को सशक्त बनाकर राष्ट्रीय “वोकल फॉर लोकल” अभियान के साथ दृढ़ता से मेल खाता है।
सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के बीच घनिष्ठ संबंधों पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने कहा कि दोनों राज्य, जिन्हें अक्सर “ऑर्किड का राज्य” कहा जाता है, संस्कृति, परंपरा, कृषि, पर्यटन और आध्यात्मिक विरासत में समानताएं साझा करते हैं। उन्होंने आगे कहा, सिक्किम अपने राज्यत्व की स्वर्ण जयंती मना रहा है, ऐसे में यह साझेदारी सीखने, साझा करने और पूर्वोत्तर में भाईचारे के बंधन को मज़बूत करने का एक अमूल्य अवसर है।
मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने मुख्यमंत्री पेमा खांडू, उपमुख्यमंत्री चौना मीन, अरुणाचल प्रदेश सरकार और महोत्सव के आयोजकों के प्रति उनके गर्मजोशी भरे आतिथ्य और सिक्किम को यह सम्मान प्रदान करने के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया।
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