मंगन : मंगन स्थित पावन रिंगहिम रिक्जिंग छोइलिंग गुम्पा आज पांग ल्हाब सोल के भव्य उत्सव का साक्षी बना। सिक्किम के रक्षक देवता माउंट कंचनजंघा को समर्पित यह वार्षिक पर्व इस वर्ष विशेष रूप से भव्य रूप में आयोजित किया गया, क्योंकि गुम्पा में इसके आयोजन की 25वीं वर्षगांठ पर रजत जयंती मनाई गई।
इस अवसर पर परम श्रद्धेय हेई लाचुंग तुल्कु रिनपोछे ने गुम्पा में प्रार्थना का नेतृत्व किया। वहीं लेप्चा समुदाय के मुख्य पुजारी रेन लावी सांगे ने विशेष अनुष्ठान संपन्न कर प्रार्थनाओं और पवित्र अर्पणों के माध्यम से रक्षक देवता का आह्वान किया। रजत जयंती समारोह में मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक सामदुप लेप्चा, राज्यसभा के पूर्व सांसद हिस्से लाचुंग्पा, मंगन जिला के जिलाध्यक्ष कादो लेप्चा, सिक्किम कल्याण आयोग के अध्यक्ष निम छिरिंग लेप्चा, वन एवं पर्यावरण विभाग की अध्यक्षा पेमा वांगे लाचुंग्पा, राज्य औषधीय पौध बोर्ड के अध्यक्ष सोनम ग्याछो लाछेनपा, पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग के अध्यक्ष सोनम नोर्गे लाचुंग्पा, एलएम निर्वाचन क्षेत्र के ओएसडी छिरिंग वांग्याल भूटिया, पंचायत अध्यक्ष शेराप भूटिया, पंचायत सदस्य, विभिन्न सरकारी अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति एवं बड़ी संख्या में स्थानीय जनता उपस्थित रहे।
पांग ल्हाबसोल सेलिब्रेशन कमेटी द्वारा आयोजित इस उत्सव में विशेष प्रार्थनाएं, पारंपरिक मुखौटा नृत्य (चाम) तथा आसपास के विद्यालयों एवं संगठनों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां हुईं। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण पांग तोएड चाम अथवा योद्धा नृत्य रहा, जिसे माउंट कंचनजंघा को नमन करते हुए प्रस्तुत किया गया। कलाकारों की आकर्षक वेशभूषा और सामंजस्यपूर्ण मुद्राओं ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया तथा सिक्किम की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का शानदार प्रदर्शन किया। रिंगहिम रिक्जिंग छोइलिंग गुम्पा में आयोजित पांग ल्हाब सोल के रजत जयंती उत्सव ने मंगन और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को एक सूत्र में बांधते हुए क्षेत्र में स्थायी शांति, समृद्धि और भाईचारे के संदेश को और प्रगाढ़ किया।
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