गंगटोक : सोरेंग जिलान्तर्गत दरमदीन निवासी एक 66 वर्षीय वृद्ध से ‘डिजिटल अरेस्ट’ के जरिए 10 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। इस संबंध में सोमबारिया पुलिस स्टेशन में साइबर अपराध का मामला दर्ज किया है। विगत 22 अगस्त को यह मामला भारतीय न्याय संहिता की धारा 308/318/319/351 के तहत केस संख्या 09/2025 के रूप में दर्ज किया गया है।
पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता अंबर बहादुर सुब्बा को 12 अगस्त को एक अज्ञात व्यक्ति ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए फोन किया। उसने सुब्बा को झांसे में लेते हुए बताया कि उनके आधार विवरण का दुरुपयोग उत्तर प्रदेश में अवैध लेनदेन और मानव तस्करी गतिविधियों से जुड़े एक बैंक खाता खोलने के लिए किया गया है। उन्हें गिरफ्तारी की धमकी दी गई और कानूनी परिणामों से बचने के लिए पैसे ट्रांसफर करने का दबाव डाला गया।
शुरुआत में, धोखेबाज़ ने सुब्बा से 30 लाख रुपए की मांग की, लेकिन जब सुब्बा ने मना कर दिया, तो मांग घटाकर 10 लाख कर दी गई। उसके बाद, 14 अगस्त को पीड़ित को पंजाब के नथाना निवासी मनप्रीत कौर के एसबीआई खाते में यह रकम ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया गया। सभी जबरन वसूली की धमकियां व्हाट्सएप के ज़रिए दी गईं।
इस शिकायत के आधार पर, पुलिस ने वित्तीय लेन-देन के विवरण का पता लगाया है और संदिग्ध फोन नंबरों के बारे में दूरसंचार सेवा प्रदाताओं से और जानकारी माँगी है। मामले की जांच जारी है।
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