 
                    पाकिम : दसवीं कक्षा के छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु मुख्यमंत्री के मेंटरशिप कार्यक्रम 2025-2026 का नामची जिले के लिए तीन दिवसीय कार्यक्रम आज डिकलिंग गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शुरू हुआ। सिक्किम सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा कैटालिटिक चार्टर एजुकेशन फाउंडेशन (केसीईएफ) के सहयोग से शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य आगामी बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन को बेहतर बनाना है।
आज के कार्यक्रम में राज्य के कृषि, बागवानी एवं पशुपालन मंत्री सह छुजाचेन के विधायक पूरन कुमार गुरुंग मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उनके साथ शिक्षा, खेल एवं युवा मामलों के मंत्री एवं नामचेबुंग विधायक राजू बस्नेत, नाथांग-माचोंग विधायक एवं समाज कल्याण सलाहकार पामिना लेप्चा, सम्मानीय अतिथि के तौर पर ज़िला उपाध्यक्ष प्रभा प्रधान और शिक्षा सचिव ताशी छोफेल भी थे।
इस अवसर पर मंत्री गुरुंग ने जिले में मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन कार्यक्रम के शुभारंभ और शिक्षा विभाग की सराहना करते हुए आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में छात्रों की उभरती शैक्षणिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शिक्षण और सीखने के आधुनिक तरीकों को अपनाने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने स्कूल प्रमुखों को सिक्किम के समृद्ध इतिहास के बारे में छात्रों को नियमित रूप से जानकारी देने के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही, उन्होंने स्कूल नेतृत्व और प्रतिभागियों को इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण का अधिकतम लाभ उठाने की सलाह दी।
वहीं, मंत्री राजू बस्नेत ने बेहतर बोर्ड परीक्षा परिणाम प्राप्त करने के लिए स्कूल प्रमुखों के प्रयासों की सराहना करते हुए राज्य भर में शैक्षणिक मानकों को और बेहतर बनाने के लिए निरंतर समर्पण का आह्वान किया। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन कार्यक्रम के महत्व पर बोलते हुए उन्होंने कैटालिटिक चार्टर एजुकेशन फाउंडेशन के योगदान की प्रशंसा की और सिक्किम के विभिन्न जिलों में प्रभावी ढंग से काम करने की इसकी क्षमता पर प्रकाश डाला।
मंत्री ने व्यापक राज्य पहलों पर बोलते हुए राज्यव्यापी नशा मुक्ति अभियान पर जोर दिया और इसका न केवल शैक्षणिक संस्थानों में, बल्कि समाज के सभी वर्गों द्वारा सक्रिय रूप से समर्थन करने की जरुरत बताई। उन्होंने पोक्सो कानून से संबंधित चिंताओं पर भी चर्चा की और स्कूल प्रमुखों द्वारा सतर्क निगरानी और छात्रों को इस विषय पर जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही, उन्होंने छात्रों के समग्र विकास और कल्याण हेतु राज्य सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप, स्कूली गतिविधियों में कनेक्ट टू अर्थ कार्यक्रम और योग को शामिल करने पर भी बात की। उन्होंने कौशल विकास पर सरकार के फोकस को रेखांकित करते हुए आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने के लिए छात्रों को व्यावहारिक जीवन कौशल से लैस करने की वकालत की।
कार्यक्रम में विधायक पामिना लेप्चा ने भी मुख्यमंत्री मेंटरशिप कार्यक्रम को एक सुव्यवस्थित और परिणामोन्मुखी पहल बताते हुए प्रतिभागियों से प्रशिक्षण में सक्रिय रूप से शामिल होने और प्राप्त अनुभवों को अपने छात्रों के लाभ के लिए लागू करने का आग्रह किया। उन्होंने भी शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्रों को सरकार की प्राथमिकता बताते हुए मुख्यमंत्री शिक्षा सहायता योजना और मुख्यमंत्री मेधा छात्रवृत्ति योजना जैसी विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं का उल्लेख किया। साथ ही, उन्होंने विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए समावेशी शिक्षा सुनिश्चित करने की भी आवश्यकता पर बल दिया।
इसके अलावा, शिक्षा सचिव ताशी छोफेल ने दसवीं बोर्ड परीक्षा परिणामों में उल्लेखनीय सुधार के लिए स्कूल प्रमुखों को बधाई दी और उन्हें राष्ट्रीय शैक्षणिक मानकों को पार करने के लिए प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने मुख्यमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप, कनेक्ट टू अर्थ पहल के बारे में भी बात की और तनाव प्रबंधन एवं छात्रों में मादक द्रव्यों के सेवन को रोकने की दिशा में स्कूली दिनचर्या में योग को शामिल करने को महत्वपूर्ण बताया। कार्यक्रम में कैटालिटिक चार्टर एजुकेशन फाउंडेशन की निदेशक कुंजांग चोकी ने भी वक्त्व्य रखा। इसके साथ ही मास्टर फैसिलिटेटर द्वारा संचालित दिन के दूसरे सत्र में आवश्यकता विश्लेषण, फीडबैक साझाकरण और मुख्यमंत्री मेंटरशिप कार्यक्रम के कार्यान्वयन के दौरान आने वाली प्रमुख चुनौतियों की पहचान के माध्यम से प्रतिभागियों को शामिल करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
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