चिकित्सा अधिकारियों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण शुरू

गंगटोक : सिक्किम सरकार के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आज राजधानी गंगटोक में सिक्किम इंस्पायर्स के सहयोग से मानसिक, तंत्रिका संबंधी और मादक द्रव्यों के सेवन विकारों पर चिकित्सा अधिकारियों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ।

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग के प्रधान निदेशक डॉ डीसी शर्मा के साथ एसटीएनएम अस्पताल के मनोचिकित्सा विभाग की प्रमुख डॉ नेत्र थापा, सिक्किम इंस्पायर्स के योजना एवं विकास विभाग की सहायक निदेशक रोशनीला गुरुंग, आरकेएसके के अतिरिक्त निदेशक एवं एसपीओ डॉ कर्मा छोडेन भूटिया, मनोचिकित्सक डॉ उपासना गुरुंग, मनोचिकित्सक डॉ बिष्णु शर्मा, राज्य भर से आए चिकित्सा अधिकारी और विभाग की एनएमएचपी टीम भी उपस्थित थी।

बताया गया है कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य सिक्किम के सभी छह जिलों के 24 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात चिकित्सा अधिकारियों के ज्ञान और नैदानिक क्षमताओं को बढ़ाना है। इसमें सामान्य मानसिक विकारों, मिर्गी, डिमेंशिया और मादक द्रव्यों के सेवन संबंधी विकारों की पहचान, जांच और प्रबंधन शामिल है।

आज स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में वरिष्ठ नैदानिक मनोवैज्ञानिक और सिक्किम इंस्पायर्स कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ सोनम ओंगमु लासोपा के स्वागत भाषण से शुरू हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ शर्मा ने प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा स्तर पर मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने पर जोर दिया। उन्होंने राज्य में मानसिक बीमारी और मादक द्रव्यों के सेवन के बढ़ते बोझ पर प्रकाश डाला और एक उत्तरदायी एवं कुशल स्वास्थ्य कार्यबल के निर्माण के लिए विभाग की प्रतिबद्धता दोहराई।

वहीं, एसटीएनएम अस्पताल के मनोचिकित्सा विभाग प्रमुख डॉ नेत्र थापा ने राज्य भर में मानसिक स्वास्थ्य परिणामों में सुधार के लिए मानसिक स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने हेतु प्रशिक्षण के महत्व पर बल दिया। इसके बाद, सिक्किम इंस्पायर्स की रोशनीला गुरुंग ने क्षमता निर्माण और अंतर-क्षेत्रीय एकीकरण पर विशेष ध्यान देते हुए, विभिन्न राज्य-स्तरीय मानसिक स्वास्थ्य पहलों को प्राथमिकता देने के बारे में अपने विचार साझा किए।

उल्लेखनीय है कि यह प्रशिक्षण असम के तेजपुर स्थित लोकप्रिया गोपीनाथ बोरदोलोई क्षेत्रीय मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में मनोचिकित्सक और सहायक प्रोफेसर डॉ नेहा कुलकर्णी द्वारा संचालित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के और अधिक विकेंद्रीकरण और प्राथमिक एवं सामुदायिक स्तर पर मानसिक स्वास्थ्य देखभाल को नियमित एकीकृत सेवा वितरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। चिकित्सा अधिकारियों को मानसिक, तंत्रिका संबंधी और मादक द्रव्यों के सेवन संबंधी विकारों की पहचान, जांच और प्रबंधन के ज्ञान और कौशल से लैस करके विभाग का उद्देश्य शीघ्र पहचान, समय पर हस्तक्षेप और उचित रेफरल सुनिश्चित करना है।

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