एसडीजी सूचकांक में शीर्ष प्रदर्शन करने वाला राज्य बना Sikkim

गंगटोक : सतत और समावेशी विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम में सिक्किम पूर्वोत्तर क्षेत्र जिला एसडीजी सूचकांक 2023-24 में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्यों में शुमार हुआ है। इस संबंध में नीति आयोग ने पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय और यूएनडीपी के सहयोग से सोमवार को एक रिपोर्ट जारी की।

सीएम के प्रेस सचिव यूगन तमांग ने एक बयान में इसकी जानकारी देते हुए बताया, मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग गोले के दूरदर्शी नेतृत्व में सिक्किम के सभी जिलों को मिजोरम और त्रिपुरा के साथ फ्रंट रनर के रूप में वर्गीकृत किया गया है। गंगटोक (76.64) और गेजिंग (71.14) के बीच सिर्फ 5.5 अंकों के सबसे कम अंतर के साथ, सिक्किम पूरे पूर्वोत्तर में सबसे सुसंगत और संतुलित राज्य के रूप में सामने आया है। तमांग ने कहा, यह मील का पत्थर मुख्यमंत्री की समावेशी विकास, जमीनी सशक्तिकरण और साक्ष्य-आधारित शासन के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने सिक्किम की नीतियों को राष्ट्रीय और वैश्विक एसडीजी ढांचे के साथ सफलतापूर्वक जोड़ा है, जिससे सभी जिलों में सामाजिक, पर्यावरणीय और आर्थिक विकास कार्यक्रमों का निर्बाध कार्यान्वयन सुनिश्चित हुआ है।

श्री तमांग के अनुसार, सिक्किम का लगातार प्रदर्शन संतुलित विकास के लिए एक मॉडल के रूप में कार्य करता है। इसके विपरीत, जबकि मिजोरम क्षेत्र में सर्वोच्च स्कोर वाले जिले- हनाहथियाल के साथ 81.43 अंकों के साथ सबसे आगे है, यह 13.72 अंकों का व्यापक जिला-वार भिन्नता दर्शाता है। त्रिपुरा ने भी गोमती (78.79) और धलाई (72.29) के साथ मजबूत संख्या दर्ज की, लेकिन सिक्किम की तुलना में थोड़ा अधिक अंतर-राज्य असमानता दिखाई है।

उल्लेखनीय है कि एनईआर जिला एसडीजी सूचकांक 2023-24 को कल नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी, सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम और भारत में यूएनडीपी रेजिडेंट प्रतिनिधि डॉ. एंजेला लुसिगी के एक प्रतिष्ठित पैनल द्वारा कार्यक्रम निदेशक (एसडीजी) राजीव कुमार सेन एवं अन्य वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में जारी किया गया।

इस दौरान, नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने 2030 तक एसडीजी लक्ष्यों को प्राप्त करने की तात्कालिकता को रेखांकित किया, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत@2047 के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। वहीं, सीईओ सुब्रह्मण्यम ने देश के विकास भविष्य को आकार देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हुए पूर्वोत्तर के “अष्ट लक्ष्मी” राज्यों को सशक्त बनाने पर पीएम के जोर को दोहराया।

ऐसे में, सिक्किम का उत्कृष्ट प्रदर्शन राजनीतिक इच्छाशक्ति, विकेन्द्रीकृत योजना और परिणाम-उन्मुख वितरण द्वारा परिभाषित राज्य के शासन मॉडल की पुष्टि करता है जो मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के “समानता, प्रभाव और अखंडता के साथ विकास” के दृष्टिकोण में दृढ़ता से निहित है।

#anugamini #sikkim

No Comments:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

National News

Politics