पाकिम : पाकिम जिला कलेक्टर रोहन अगवाने ने आज जिला प्रशासनिक केंद्र में दसवीं जिला परामर्शदात्री समिति और जिला स्तरीय समीक्षा समिति की बैठक आयोजित की। इसका उद्देश्य वित्तीय योजनाओं के कार्यान्वयन की समीक्षा, ऋण प्रवाह एवं बैंकिंग प्रदर्शन का आकलन और बेहतर वित्तीय समावेशन के लिए हितधारकों में बेहतर समन्वय सुनिश्चित करना था।
बैठक में पिछली बैठक के बाद उठाये गये कदमों की समीक्षा के साथ ही जिले के ऋण जमा अनुपात और 31 मार्च को समाप्त तिमाही के लिए वार्षिक ऋण योजना पर चर्चा की गई। साथ ही, इसमें विशेष रूप से कृषि एवं संबद्ध गतिविधियों, एमएसएमई के क्षेत्रवार प्रदर्शन और किसान क्रेडिट कार्ड कार्यान्वयन का मूल्यांकन भी किया गया। चर्चाओं में प्राथमिकता और गैर-प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के तहत प्रदर्शन को भी शामिल किया गया।
बैठक में अल्पसंख्यक समुदायों को बैंकवार ऋण वितरण की समीक्षा, बैंकों के माध्यम से कार्यान्वित विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की प्रगति, एसएचजी की स्थिति और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम एवं पीएमएमवाई जैसी योजनाओं की अपडेट जानकारी भी शामिल रही। इस पर, बैंकों ने इन योजनाओं के तहत लंबित प्रस्तावों की स्थिति से अवगत कराया।
इसके अलावा बैठक के दौरान वित्तीय साक्षरता और ऋण परामर्श अभियान चलाने में बैंकों के प्रदर्शन की जानकारी भी साझा की गई। जिला कलेक्टर ने स्थानीय आबादी के बीच वित्तीय साक्षरता बढ़ाने के लिए एफएलसीसी कार्यक्रम की पहुंच का विस्तार करने के प्रयासों को तेज करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने सभी हितधारकों से बैठक के दौरान उठाए गए मुद्दों पर तुरंत और प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया देने का आग्रह किया। साथ ही, बैठक में संभावित लिंक्ड क्रेडिट प्लान भी जारी किया गया।
इस अवसर पर पशुपालन व मत्स्य पालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. किंचोकला भूटिया, डीआईसी जीएम जिग्मी वांगदी, सहायक मत्स्य पालन निदेशक श्रीमती गौरी मुखिया, विभिन्न बैंकों के शाखा प्रमुख तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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