श्रीनगर , 07 सितम्बर (एजेन्सी)। जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोपोर में लोगों से आग्रह किया कि वे आतंकवादियों और उनके समर्थकों को आश्रय न दें और बाकी सब पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों पर छोड़ दें। आगे उन्होंने कहा कि प्रशासन आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को जड़ से खत्म करने और मुनाफाखोरों से सख्ती से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है, जिन्होंने पिछले कई दशकों के दौरान अपना खजाना भरा और आम आदमी को पीड़ित होने के लिए छोड़ दिया।
सोपोर में एक सभा को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि पुलिस, सुरक्षा बल और प्रशासन के पूरे सहयोग से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जम्मू-कश्मीर की धरती से आतंक और उसके पारिस्थितिकी तंत्र का सफाया हो जाए। हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक आतंक-पारिस्थितिकी तंत्र की रीढ़ नहीं टूट जाती।
उन्होंने कहा कि प्रशासन मुनाफाखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिन्होंने आतंकवाद को अपने हथियार के रूप में इस्तेमाल करके अपना खजाना भरा और आम आदमी को पीड़ित छोड़ दिया। 1970 तक प्रसिद्ध व्यापारिक केंद्र रहे सोपोर को कंधार का खिताब किसने दिया था। यहां पत्थरबाजी को बढ़ावा किसने दिया? इसके लिए जिम्मेदार लोगों ने सोपोर के लोगों और आने वाली पीढ़ियों के साथ बहुत अन्याय किया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा निर्देश में जम्मू-कश्मीर प्रशासन सोपोर के खोए हुए गौरव को पुनर्जीवित करेगा। उन्होंने कहा कि एशिया की सबसे बड़ी फल मंडी होने के बावजूद सोपोर को दशकों तक नुकसान उठाना पड़ा। एलजी ने कहा, “हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सोपोर देश का एक मॉडल शहर बनकर उभरे।” उन्होंने कहा कि महान कवि महजूर ने एक बार कहा था, “अगर मुसलमान दूध हैं, तो हिंदू चीनी हैं।”
उन्होंने कहा, “सोपोर सांप्रदायिक सौहार्द के लिए जाना जाता था और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यह जल्द ही ऐसा गौरव वापस लौटे।” उन्होंने कहा कि म्युनिसिपल कमेटी सोपोर शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए बेहतरीन काम कर रही है।
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