नामची : नामची की जिलाधिकारी सुश्री अनुपा तामलिंग ने बुधवार को जिला प्रशासनिक केंद्र में आयोजित टीकाकरण पर जिला टास्क फोर्स (डीटीएफआई) की त्रैमासिक बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के दौरान सुश्री अनुपा तामलिंग ने जिले में घरेलू प्रसव को कम करने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ग्राम पंचायतों को सतर्क रहना चाहिए तथा यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी मामलों की सूचना तुरंत निकटतम स्वास्थ्य सुविधा केंद्र को दी जाए।
उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि चिकित्सा संस्थानों के बाहर प्रसव की अनुमति केवल तभी दी जानी चाहिए, जब मां और बच्चे दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित हो। उन्होंने स्वीकार किया कि स्वास्थ्य सेवा में उल्लेखनीय प्रगति के बावजूद कुछ लोग स्थापित चिकित्सा दिशा-निर्देशों का पालन करने में हिचकिचाते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सतत जागरुकता अभियानों और स्वास्थ्य सेवाओं तक बेहतर पहुंच के साथ अधिक परिवार माताओं और शिशुओं के कल्याण को प्राथमिकता देते हुए निर्णय लेंगे।
सीएनओ सुश्री बिजय लक्ष्मी राई ने हाल ही में सीएनए सर्वेक्षण से प्राप्त नामची जिले के महत्वपूर्ण आंकड़े और जनसांख्यिकीय अवलोकन प्रस्तुत किया। उनकी प्रस्तुति में स्वास्थ्य सेवाओं की वर्तमान स्थिति, नियमित टीकाकरण पहल और कार्यान्वयन के दौरान आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की गई। उन्होंने प्रसवपूर्व सेवाओं पर भी बात की व सूक्ष्म-योजना, लाभार्थी ट्रैकिंग, सामुदायिक लामबंदी और टीकाकरण रसद की समीक्षा की।
सुश्री मिकीला लेप्चा ने राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) कार्यक्रम का विस्तृत अवलोकन प्रस्तुत किया। उन्होंने उच्च प्रदर्शन करने वाले स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों को मान्यता देने और सार्वजनिक अस्पतालों की विश्वसनीयता बढ़ाने में कार्यक्रम की भूमिका पर प्रकाश डाला। उनकी प्रस्तुति में इस पहल के तहत नामची जिले के प्रदर्शन से संबंधित उल्लेखनीय उपलब्धियां और आंकड़े भी शामिल थे।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (नामची) डॉ एसएन अधिकारी, संयुक्त निदेशक (शिक्षा) जीपी शर्मा, बाल विकास परियोजना अधिकारी लक्ष्मण तमांग, दृष्टि एनजीओ के महासचिव पासंग भूटिया के अलावा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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