गंगटोक : उत्तर सिक्किम में मंगन और जंगू क्षेत्र के बीच सुचारू संपर्क बहाली हेतु गुरुवार को सांगकलांग में तीस्ता नदी पर पुनर्निर्मित बेली ब्रिज को यातायात के लिए खोल दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि सांगकलांग पुल क्षेत्र में मंगन, जंगू और चुंगथांग के बीच महत्वपूर्ण संपर्क बहाल करेगा। उन्होंने कहा कि 11 फरवरी को ध्वस्त हुए पुल की जगह इस पुल का निर्माण भारतीय सेना की त्रिशक्ति कोर की 72 इंजीनियर रेजिमेंट द्वारा सफलतापूर्वक किया गया है। 24 टन भार वहन क्षमता वाला यह नया बेली ब्रिज 180 फीट लंबा है।
गौरतलब है कि पुराने बेली सस्पेंशन पुल के ढहने से मंगन-जंगू के बीच लोगों की आवाजाही के साथ ही आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति बाधित हो गई थी, जो अब दो महीने से अधिक समय के बाद बहाल हो गई है।
सेना के त्रिशक्ति कोर ने चुनौतीपूर्ण इलाके और प्रतिकूल मौसम की स्थिति के बावजूद स्थानीय आबादी के लिए न्यूनतम व्यवधान सुनिश्चित करते हुए रिकॉर्ड समय में पुल का निर्माण पूरा कर लिया है। पुल के खुलने से उत्तर सिक्किम में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, खासकर चुंगथांग, लाचुंग और लाचेन में, जहां देश भर से बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं।
इधर, क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने सांगकलांग पुल के पुनर्निर्माण के लिए भारतीय सेना को धन्यवाद दिया। जिला उपाध्यक्ष सोनम किपा भूटिया ने कहा, सेना ने सराहनीय काम किया है। उन्होंने कहा कि पुल के चालू होने से सांस्कृतिक रूप से समृद्ध जंगू क्षेत्र में नागरिक आवाजाही और पर्यटन दोनों में तेजी आने की उम्मीद है।
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