गंगटोक : आगामी 16 मई को आयोजित होने वाले सिक्किम के 50वें स्थापना दिवस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे। प्रधानमंत्री सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (गोले) के निमंत्रण पर राज्य की यात्रा पर आयेंगे।
सिक्किम विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने आज यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का यह सफर राज्य की राजनीतिक यात्रा में एक ऐतिहासिक क्षण होगा, क्योंकि सिक्किम 16 मई, 1975 को भारत का 22वां राज्य बनने के बाद अपनी स्वर्ण जयंती मना रहा है। इस माइलस्टोन को मनाने के लिए राज्य सरकार ने साल भर चलने वाले समारोहों की पूरी श्रृंखला बनाई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी राज्य के विकास को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से कई प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास भी करेंगे।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि भारत में अपने एकीकरण के बाद से सिक्किम एक छोटे हिमालयी राज्य से शांति, सतत विकास और आर्थिक प्रगति के विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त मॉडल में बदल गया है। उन्होंने इस परिवर्तन के पांच महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला, जिनमें भारत के साथ एकीकरण, लोकतांत्रिक आकांक्षाओं की पूर्ति, विकासात्मक प्रगति, राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान और अपनी अनूठी पर्वतीय पहचान को संरक्षित करने के लिए इसकी वैश्विक मान्यता शामिल हैं। उन्होंने कहा, राज्य के 50 साल पूरे होने पर हम अपने अतीत को श्रद्धांजलि देते हैं, अपनी उपलब्धियों का जश्न मनाते हैं और सिक्किम के लोगों के लिए एक उज्जवल, अधिक समृद्ध भविष्य की ओर देखते हैं।
उल्लेखनीय है कि अपनी सिक्किम यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी जिन परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे उनमें विश्व स्तरीय चिकित्सा सेवा वाले 500 बिस्तरों वाला नामची जिला अस्पताल, स्वर्ण जयंती मैत्रेय मंजरी योजना, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा और सांगाचोलिंग में यात्री रोपवे शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे। इनमें नामली में स्वर्ण जयंती सम्मेलन केंद्र, भालेढुंगा स्काईवॉक, नाथुला सीमा पर्यटन विकास, सिंगशोर ब्रिज, स्वर्ण जयंती एकीकृत सांस्कृतिक एवं खेल गांव और तादोंग में कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास शामिल है।
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