गंगटोक : 11वीं सिक्किम विधानसभा सत्र के दूसरे दिन आज मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (गोले) ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए लगातार 7वां वार्षिक बजट पेश किया। इससे पहले, राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर के अभिभाषण से बजट सत्र की शुरुआत हुई, जिसके बाद सदन की औपचारिक कार्यवाही शुरू हुई।
सीएम Prem Singh Tamang (Golay) ने बजट पेश करते हुए इसे सिक्किम की अर्थव्यवस्था की मजबूती, समावेशी विकास और सभी नागरिकों तक इसका लाभ सुनिश्चित करने वाला बताया। उन्होंने बजट के प्रमुख क्षेत्रों पर प्रकाश डालते हुए कहा, हमारा ध्यान युवाओं को सशक्त बनाने, किसानों के उत्थान, बुनियादी ढांचे में निवेश और वित्तीय अनुशासन सुनिश्चित करने पर है। प्रभावी शासन के माध्यम से, हम शांति और सद्भाव बनाए रखते हुए आर्थिक विकास, सामाजिक समानता और पर्यावरणीय स्थिरता को आगे बढ़ाएंगे।
गौरतलब है कि इस साल के बजट में बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, कनेक्टिविटी, पर्यावरण संरक्षण, पर्यटन और सामाजिक कल्याण जैसे प्रमुख क्षेत्रों में रणनीतिक निवेश पर जोर दिया गया है। निवेश का उद्देश्य आर्थिक गतिविधि को बढ़ावा देते हुए प्रत्येक नागरिक के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाना है। इसके अतिरिक्त, सरकार ने राज्य के पहाड़ी इलाकों, जलवायु परिवर्तन की संवेदनशीलता और वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में अनिश्चितताओं से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने पर भी जोर दिया है।
मुख्यमंत्री ने परिवहन बाधाओं को कम करने, आर्थिक गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने और कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार के महत्व पर जोर दिया। इसके अलावा, उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता जतायी जिससे कि प्रत्येक व्यक्ति को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और चिकित्सा सुविधाओं तक पहुंच सुनिश्चित हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिक्किम के प्राचीन प्राकृतिक पर्यावरण को संरक्षित करना प्राथमिकता बनी हुई है। बजट में पर्यावरण के अनुकूल विकास की योजनाएं पेश की गई हैं, जिसमें पर्यटन राज्य की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सरकार विश्व स्तरीय गंतव्य और अनुभव विकसित करने का इरादा रखती है जो न केवल आगंतुकों को आकर्षित करते हैं बल्कि स्थानीय समुदायों को भी लाभान्वित करते हैं।
वहीं, इस वित्तीय वर्ष को महत्वपूर्ण बताते हुए सीएम गोले ने कहा कि 2025-26 सिक्किम के लिए तीन ऐतिहासिक मील के पत्थर हैं। इसमें सर्वप्रथम, सिक्किम अपने राज्य के 50वें वर्ष का जश्न मनाएगा। इसके साथ ही सरकार इस वर्ष में “शून्य गरीबी” और “शत-प्रतिशत साक्षरता” प्राप्त करने के लिए भी प्रतिबद्ध है। इसके अतिरिक्त, राज्य अपने नेताओं और नागरिकों के योगदान को स्वीकार करते हुए अपने समृद्ध अतीत का भी सम्मान करेगा।
सीएम गोले ने 16 मई, 1975 को भारत में एकीकरण के बाद से सिक्किम के एक छोटे से हिमालयी राज्य से शांति, सतत विकास और आर्थिक प्रगति के विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त मॉडल के रूप में विकसित होने की बात कही। उन्होंने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के पांच महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला, जिनमें राज्य का एकीकरण, लोकतांत्रिक आकांक्षाओं की पूर्ति, विकासात्मक परिवर्तन, राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान और अपनी अनूठी पर्वतीय पहचान को संरक्षित करने के लिए इसकी वैश्विक मान्यता शामिल हैं। सीएम गोले ने कहा, इस ऐतिहासिक वर्ष की शुरुआत करते हुए हम अपने अतीत को श्रद्धांजलि देते हैं, अपनी उपलब्धियों का जश्न मनाते हैं और प्रगति और समृद्धि के लिए नई प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ते हैं।
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