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जीवन में उत्कृष्टता के लिए कौशल विकसित करें छात्र : मंत्री राजू बस्‍नेत

पाकिम : पीएम श्री शिक्षा विभाग के राज्य नोडल कार्यालय द्वारा आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय पीएम श्री सम्मेलन आज स्थानीय असम लिंग्जी स्थित एसआईसीयूएन सभागार में शुरू हुआ। इसके उद्घाटन सत्र में राज्य के शिक्षा, खेल व युवा मामलों के मंत्री राजू बस्‍नेत मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित थे। उनके साथ शिक्षा विभाग के ओएसडी सोनम पालजोर भी थे।

कार्यक्रम में शिक्षा सचिव (एसई) ताशी छोफेल, प्रधान शिक्षा निदेशक सोनम डेन्जोंगपा, एससीईआरटी निदेशक रॉबिन छेत्री, शिक्षा निदेशक सह राज्य नोडल अधिकारी छिरिंगकी चिंगपा, मुख्य अभियंता राजदीप राई और अतिरिक्त प्रशासनिक सचिव ल्हाकी भूटिया एवं प्रभारी शिक्षा सीईओ नारायण मिश्र के साथ अन्यों ने भी शिरकत की। वहीं, पूरे सिक्किम के 43 पीएम श्री स्कूलों के प्रतिनिधि भी यहां मौजूद थे।

इस अवसर पर मंत्री राजू बस्‍नेत ने छात्रों से इस सम्मेलन को आपसी सीख, विचारों को साझा करने और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा में भाग लेने के एक अवसर के रूप में देखने का आग्रह किया। साथ ही, उन्होंने आधुनिक तकनीक और संसाधनों के अधिकतम उपयोग की वकालत करते हुए समय प्रबंधन के महत्व को रेखांकित किया। इसके अलावा, उन्होंने छात्रों को उनके सामने प्रस्तुत अवसरों का लाभ उठाकर सफलता के लिए प्रयास करने और अकादमिक और जीवन में उत्कृष्टता के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने के लिए प्रेरित किया। मंत्री ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के नेतृत्व में राज्य सरकार ने आगामी बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों की सफलता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से दसवीं और बारहवीं कक्षाओं के छात्रों के लिए एक नि:शुल्क कोचिंग कार्यक्रम शुरू की है।

वहीं, शिक्षा सचिव (एसई) ताशी छोफेल ने पीएम श्री छात्रों द्वारा कला, शिल्प, एआई और रोबोटिक्स प्रदर्शनी के दौरान प्रदर्शित अभिनव परियोजनाओं की सराहना करते हुए उनकी रचनात्मकता और तकनीकी दक्षता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस तरह की पहल न केवल छात्रों की प्रतिभा को प्रदर्शित करती है बल्कि नवाचार और आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा देने में पीएम श्री योजना के परिवर्तनकारी प्रभाव को भी उजागर करती है।

शिक्षा सचिव ने बताया कि पूरे भारत में कुल 1405 पीएम श्री स्कूल हैं, जिनमें से सिक्किम में इस प्रतिष्ठित योजना के तहत 43 संस्थान चुने गए हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन स्कूलों को अकादमिक उत्कृष्टता, नवाचार और व्यापक विकास में मानक स्थापित करते हुए अन्य शैक्षणिक संस्थानों के लिए आदर्श के रूप में काम करना चाहिए। उनके साथ शिक्षा निदेशक सह एसएनओ छिरिंगकी चिंगपा ने पीएम श्री सम्मेलन को छात्रों के बीच सहकर्मी सीखने और प्रतिभा दिखाने को बढ़ावा देने के लिए एक मंच बताया। उन्होंने पीएम श्री स्कूलों के छह आधारभूत स्तंभों के बारे में भी विस्तार से बताया, जिनका उद्देश्य न केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है, बल्कि नवाचार, प्रौद्योगिकी और पाठ्येतर गतिविधियों में उत्कृष्टता के माध्यम से समग्र विकास भी करना है।

इससे पहले, सम्मेलन के उद्घाटन दिवस पर शिक्षा मंत्री ने कला, शिल्प, एआई और रोबोटिक्स प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने प्रदर्शनों का दौरा भी किया। इसके अलावा, 43 पीएम श्री स्कूलों के बीच विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया।

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