गंगटोक । सिक्किम सरकार के मत्स्य विभाग ने इसी महीने की 23 से 28 तारीख तक काकीनाड़ा के राज्य मत्स्य प्रौद्योगिकी संस्थान का सफलतापूर्वक दौरा संपन्न किया है। इस शैक्षणिक और व्यावहारिक प्रशिक्षण यात्रा में मंगन ब्लॉक अधिकारी रोशन सुब्बा के नेतृत्व में 10 सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया।
राज्य मत्स्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड द्वारा वित्त पोषित इस दौरे का उद्देश्य प्रतिभागियों को आधुनिक मत्स्य पालन तकनीकों और नवाचारों की जानकारी से अवगत कराना था। पूरे प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वय मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक (मुख्यालय) नरेश सुनार ने किया।
इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान, प्रतिभागियों ने उन्नत मछली प्रजनन प्रथाओं, सतत जलीय कृषि तकनीकों और अन्य प्रबंधन रणनीतियों एवं मत्स्य गतिविधियों में भाग लिया। इस दौरान, संस्थान के विशेषज्ञों ने व्यावहारिक प्रदर्शन और चर्चा सत्र आयोजित किए, जिससे टीम को सिक्किम में लागू किए जा सकने वाले अभिनव मत्स्य प्रबंधन दृष्टिकोणों की जानकारी प्राप्त करने में मदद मिली।
इसके साथ ही, राज्य मत्स्य प्रौद्योगिकी संस्थान की यात्रा में सिक्किमी दल ने विभिन्न प्रयोगशालाओं और सुविधाओं का दौरा भी किया, जहां उन्होंने आंध्र प्रदेश में मत्स्य पालन क्षेत्र में उपयोग की जाने वाली उन्नत तकनीकों का प्रत्यक्ष अवलोकन किया। इसमें पीसीआर लैब तकनीकों की जानकारी प्राप्त करना भी शामिल रहा। वहीं, इस दल ने काकीनाड़ा में कुंभाभिषेकम बंदरगाह के संचालन, मतलापलेम मछली बाजार, तल्लारेवु और चोलंगी में मत्स्य पालन में आधुनिक तकनीकों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मत्स्य संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले यानम कोरिंगा मैंग्रोव ईको सिसटम का भी दौरा किया।
राज्य मत्स्य विभाग के अनुसार, यह प्रदर्शन दौरा राज्य में मत्स्य पालन क्षेत्र को क्षमता निर्माण और मजबूती हेतु उसके निरंतर प्रयासों का हिस्सा है। इस पहल को वित्तपोषित करने के लिए विभाग ने एनएफडीबी और एसआईएफटी, काकीनाडा के प्रति आभार व्यक्त किया है।
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