दार्जिलिंग । किसी संगठन का सौ साल पर पहुंचना कोई खेल नहीं है, यह एक इतिहास है। सिक्किम विधानसभा अध्यक्ष एमएम शेरपा ने यह बात कही। वह गोरखा रंग मंच भवन में शेरपा बौद्ध एसोसिएशन द्वारा आयोजित 100वीं वर्षगांठ समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में समारोह को संबोधित कर रहे थे। शताब्दी समारोह में उनके साथ बौद्ध भिक्षु पेम्बा लामा, जीटीए प्रमुख अनित थापा, जीटीए पर्यटन विभाग के सदस्य नॉर्दन शेरपा, जीटीए बोर्ड के मुख्य सलाहकार अमर लामा और अन्य लोग मौजूद थे।
समारोह को संबोधित करते हुए एमएम शेरपा ने कहा कि उनका निजी अनुभव है कि कोई एसोसिएशन 15-20 साल तक चलता है और फिर बंद हो जाता है। किसी संगठन को चलाने के दौरान कुछ घोटालों के साथ-साथ कई तरह की समस्याएं भी सामने आती हैं। इसलिए कई एसोसिएशन बहुत लंबे समय तक नहीं टिक पाते हैं, लेकिन वर्ष 1924 में यहां बने एसोसिएशन ने 2024 में एक शताब्दी पूरी कर ली है। शेरपा ने कहा, इसके लिए आप सभी बधाई के पात्र हैं और हम पूरे सिक्किमवासियों की ओर से आपको बधाई देते हैं।
एमएम शेरपा ने कहा, आप हम सिक्किमी शेरपाओं से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहा कि जीटीए क्षेत्र के सभी लोगों ने उन्हें 2019 में सिक्किम विधानसभा चुनावों के बाद नवगठित सिक्किम सरकार के मंत्रिमंडल में नियुक्त करने के लिए बधाई दी थी। इस बार जब उन्हें सिक्किम विधानसभा के अध्यक्ष का पद सौंपा गया तो उन्होंने उन्हें याद करते हुए दार्जिलिंग की जनता के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि दार्जिलिंगवासी सिक्किमवासियों के करीबी हमदर्द हैं।
उन्होंने अपने भाषण में कहा, मैं अपनी मेहनत और संघर्ष से सिक्किम विधानसभा का अध्यक्ष नहीं बना हूं। सिक्किम के मुख्यमंत्री Prem Singh Tamang (Golay) ने मुझे विधानसभा का अध्यक्ष बनाया। हम, शेरपा समुदाय, उनके कार्यों को कभी नहीं भूलेंगे। जब उन्होंने मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (गोले) को इस तथ्य के बारे में बताया कि दार्जिलिंग और कालिंपोंग से शेरपा यूपीएससी पास करते हैं और कई ऐसे हैं जो उच्च सरकारी पदों पर कार्यरत हैं लेकिन सिक्किम से कोई यूपीएससी पास नहीं करता है, तो उन्होंने तुरंत शेरपा समुदाय को यूपीएससी के लिए दिल्ली भेजने का वादा किया। 11 शेरपा छात्रों को यूपीएससी कोचिंग के लिए दिल्ली भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि शेरपा समुदाय से कोई एजी नहीं बना था। एजी न्यायालय में एक उच्च पदों में से एक है। उन्होंने हमारे ही शेरपा समुदाय के जांगकू शेरपा को उस पद पर भेजा है। जांगकू शेरपा सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे थे। एमएम शेरपा ने कहा, मुख्यमंत्री गोले ने हम शेरपा समुदाय के हित के लिए कई कार्य किए हैं।
उन्होंने आगे कहा, मठ जाति का नहीं, सबका होना चाहिए। हमें एक-दूसरे की भाषाओं और संस्कृतियों का सम्मान करना होगा। उन्होंने कहा कि हमें सह-अस्तित्व में रहना चाहिए। उन्होंने सिक्किम के कार्यों में दार्जिलिंग और कालिम्पोंग के भी हाथ बंटाने का जिक्र करते हुए कहा कि इस क्षेत्र के निवासियों के समर्थन और सहयोग के कारण ही सिक्किम कई अच्छे कार्य करने में सफल हुआ है।
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