पाकिम । राज्य समाज कल्याण विभाग द्वारा आज स्थानीय असम लिंग्जे स्थित जनजातीय शोध संस्थान में राज्य स्तरीय इंटर ईएमआरएस (एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय) सांस्कृतिक एवं साहित्यिक मेला एवं कला उत्सव आयोजित किया गया। इसमें मुख्य अतिथि समाज कल्याण के विशेष सचिव सुनाम गुरुंग के साथ सम्मानित अतिथि के रूप में जनजातीय शोध संस्थान की निदेशक उर्वशी पौड्याल, संयुक्त समाज कल्याण निदेशक प्रेम कमल राई और नामचेबुंग के बीडीओ राजेश दहाल उपस्थित थे।
कार्यक्रम में सिक्किम के चार ईएमआरएस स्कूलों- ईएमआरएस स्वयंम, ईएमआरएस गंग्याप, ईएमआरएस पारखा और ईएमआरएस सुनताली ने भाग लिया। बताया गया कि सांस्कृतिक मेला एवं उत्सव 21 सितंबर तक चलेगा, जिसमें साहित्यिक और सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं होंगी।
आज कार्यक्रम के दौरान विशेष समाज कल्याण सचिव सुमन गुरुंग ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए जीत से अधिक भागीदारी के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि अनुसूचित जनजातियों के व्यापक आर्थिक-सामाजिक विकास के लिए समन्वित और योजनाबद्ध तरीके से अधिक लक्षित दृष्टिकोण प्रदान करने के लिए ईएमआरएस की स्थापना की गई है।
इसके अलावा, उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर विद्यार्थियों की उपलब्धियों को साझा किया और इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के आयोजन विद्यार्थियों को अपने कौशल को बढ़ाने के लिए एक मंच प्रदान करते हैं, जिससे उनके समग्र विकास में योगदान मिलता है। गुरुंग ने आगे बताया कि प्रतियोगिता के विजेता राष्ट्रीय स्तर के अंतर-ईएमआरएस महोत्सव में राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि विभाग राज्य में ईएमआरएस को आवश्यक मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करना जारी रखेगा।
आज कार्यक्रम में भाषण प्रतियोगिता, कहानी प्रतियोगिता, रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता, स्पेल बी, वाद-विवाद, कविता पाठ, चित्रकला एवं अन्य प्रतियोगिताएं हुईं। इसमें विभिन्न विभागों के गणमान्य लोगों, ईएमआरएस के प्रिंसिपलों, शिक्षक और विद्यार्थी शामिल हुए।
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